कभी अपने काम से फ़ुर्सत पा जाना
तो मिला लेना फ़ोन
ज़रूरी मेल टाइप करने के बीच
लिख देना मीठे दो बोल
फ़ाइलें पढ़ने से फ़ुर्सत मिले
तो पढ़ लेना मेरा मन
मीटिंगें कभी ख़त्म हों
तो हम बैठें कहीं संग
मेरी आवाज़ को बना लेना
अपना रिंगटोन
मेरे बर्थडे को बनाना
फ़ोन का पास कोड
अपने वाल फ़्रेम पर सजाना
मेरी मुस्कान
कॉफ़ी की चुस्कियों पर
ले लेना मेरा नाम
काम के बोझ से थक जाना
तो गुनगुना लेना कोई धुन
कभी मेज़ पर रखे गुलदस्ते से चुराना
फूलों की सुगंध
कभी सुन लेना झरोखों से
आती कोई मीठी दस्तक
मेरे दिल की सदा सुनाई देगी
तुम्हारी नजर होगी जहाँ तक
अगर कभी अकेले में होना
तो मुझे पास बुला लेना तुम
काम की धुन में न तुम कहीं हो
जाना गुम
याद रखना तुमसे दूर मगर
तुम्हारे दिल के नजदीक हैं हम
वो फ़ासले फ़ासले कहाँ
जब दिल धड़कते हो संग