महफ़िल में ले के नाम मेरा ओ सनम
सबसे कह दो तेरा मैं भी वरना नहीं
तक़दीरों में मैं हूँ लकीरों में तेरी
वरना मोहब्बत मुझको अब करना नहीं
दुनिया क्या कहती है क्या कहेगी भला
दुश्मन इस दुनिया से हमें डरना नहीं
मुजरिम न बन जाऊँ निगाहों में तेरी
ला हासिल इन चक्करों में पड़ना नहीं
लड लड के मैं खुद से भी अब थकने लगा
बेकार में तुमसे मुझे लड़ना नहीं
माला जो बाहों की तुम पहना दो ज़रा
ग़ैरों की बाहों में मुझे मरना नहीं
👌👌
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Very nice 👏👏👏
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